मंगलवार, 2 जनवरी 2018

बरखादत्त के नाम एक खुला खत


प्रिय बरखादत्त मैं हमेशा आपके भयरहित और उदेश्यपूर्ण reporting की बहुत बड़ी प्रशंसक रही हूँ | मेरे नजरिये में आप उन चंद भारतीय पत्रकारों में से हैं जिसने पत्रकारिता के लौ को जीवित रखा है | वर्तमान परिप्रेक्ष्य में चौबीसों घंटे चलने वाली खबरी चैनल पत्रकारिता के तमाम मानदंडों और नैतिक जिम्मेदारियों को दरकिनार करती नजर आ रही है | ऐसे में मुझे लगता है की आप भी पिछले कुछ दिनों से पत्रकारिता के मानदंडो के छलती नजर आ रही हैं | इन दिनों आपकी रिपोर्टिंग तथ्यों पर आधारित न होकर TRP बटोरने के चक्कर में है | आप अनुभवी पत्रकार हैं कृपया अपने शब्दों से देश को जंग की ओर धकेलने की कोशिश नहीं कीजिये | आपके अंदाज और लच्छेदार भाषा के बाद अचानक TimesNow, IBN, CNN, Headlines Today आजतक, और स्टार न्यूज जैसे चैनलों ने अपना सुर बदल लिया | अतिसंवेदनशील हालत में कृपया गैरजिम्मेदाराना बयान न दें | आप मेरी नजर में बहुत अच्छी पत्रकार हैं , बेबाक और बेमकसद पत्रकार के तौर पर सामने आइए जैसा आप पहले थीं | मेहरबानी करके एक उद्धारक और मसीहा का लबादा मत ओढिए |              

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गिरते हुए आप कहाँ अटक रहे हैं यह भी बहुत महत्वपूर्ण है।

  मैंने आसानी से उन चीजों की तलाश छोड़ दीं जो मुझे पसंद रहीं और उन पर राज़ी होना सीख लिया नियति मेरे रस्ते में लाती गई। इसमें कोई बुराई नहीं!...