इस इतवार आपको वक़्त हो और मन हो तो नेटफ्लिक्स पर एक फ़िल्म देखिए: "His Three Daughters"
फ़िल्म एक व्यक्ति की तीन बेटियों के बारे में है। फ़िल्म का अधिकांश फ्रेम उस व्यक्ति का अपार्टमेंट है जिसमें उसकी तीन बेटियाँ इसलिए इकट्ठा हैं कि उसका अंतिम समय है।
इससे अधिक क्या ही बताया जाए। किसी भी पल मृत्यु हो सकती है वाली आशंका से जूझते हुए आने वाले शोक के लिए खुद को तैयार करना और आपसी संबंधों की पड़ताल करती एक गहरी फ़िल्म है। बहनें जो साथ होते हुए साथ नहीं थीं। जो एक पिता की संतान नहीं होते हुए भी उसी की संतान थीं और जिनका व्यक्तित्व एक दूसरे से बेहद भिन्न था। आदमी जिसके लिए एक बेटी सच कहती है। उसने कुछ सनकी स्त्रियों से प्यार किया और कुछ सनकी बेटियों को बड़ा किया।
फ़िल्म शोक और रिश्तों के उलझाव के साथ स्नेह को जैसे रेखांकित करती है वह अद्भुत है। देखिए अगर आप अच्छी फिल्मों के शौकीन हैं।
इंस्टाग्राम पर मेरी एक पुरानी छात्रा ने इस फिल्म से संबंधित स्टोरी लगाई।
कल बुखार की अवस्था में मुझे लगा इससे बेहतर कुछ नहीं कर पाऊंगी कि एक अच्छी फिल्म देखूँ। देख कर लगा सबको बताना चाहिए)
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